ABHIJIT RANJAN

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -03-Oct-2022

गुरू की तेज़ रौशनी से
जमागाया है यह सुंदर धरती

गुरू का आशीर्वाद मिलें हैं
तारों सा चमकने लगा हूं

गुरू की महिमा सभी रविवार हैं
शिक्षा का प्रकाश फ़ैल रहा हैं

गुरू की दुनियां निराली हैं
शिष्यों की दुनियां हरियाली हैं

गुरू और शिष्यों का संगम होगा
समाज का विकास निरंतर होगा।

   16
9 Comments

Gunjan Kamal

05-Oct-2022 07:20 PM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

Reply

Very nice 👍🌺💐

Reply

नंदिता राय

03-Oct-2022 09:29 PM

बेहतरीन

Reply